
आज भी मुख्तार अंसारी के मौत पर सियासत की रोटी सेकी जारही है वहीं पच्छ बिपच्छ दोनों अपनी अपनी नज़रिया पेश कर रही हैं जब की आज भी उस क्षेत्र की जन्ता उनको अपना मसीहा मानती है वहां की अवाम का यह कहना है की माफिया तो प्रशासन की दी हुई यह उपाधी है और जो दलित पिछड़ों के दुश्मन है उनलोगों का दिया हुआ यह उप नाम है वहां के लोगों का कहना है की यह ताना शाही के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई है अब समाज के पिछडो की मदद करने वालों को ही माफिया डॉन बनाकर लोगों के सामने लाया जारहा है तो अब कौन मदद करने को तैयार होगा मुख्तार अंसारी हमेशा गरिब असहाय की मदद कीया है आज उनकी मौत पर पुरे क्षेत्र में ग़म का माहौल देखने को मिलरहा है बताते चलें कि कल देर रात मुख्तार अंसारी का पार्थिव शरीर उनके नीजी आवास लगाया आज सुबह 10 बजे उनके खान्दानी कब्रिस्तान में सुपुर्देखाक किया जाएगा